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Friday, June 28, 2019

मोबाइल का आविष्कार किसने किया ? उत्तर जानें सामान्य ज्ञान

मोबाइल का आविष्कार किसने किया  सामान्य ज्ञान 

मस्कार दोस्तों आज हम बात करेंगे मोबाइल फ़ोन्स के बारे में जैसा की आप सभी को पता है आजके इस  दौर में लगभग सभी के पास मोबाइल है, दोस्तों दिन दुनीया ऐसी होगयी है की मोबाइल के बिना घरसे निकलना मुश्किल है आज मोबाइल ही हमारे सभी जरुरत पूरी करता है और जीवन में इसकी तकनीक दिन ब दिन बढ़ती जारही है तो चलिए आज हम मोबाइल के आविष्कार के  बारे में थोड़ी जानकारी आपको देना चाहते हैं जो आपको शायद ही पता नहीं होगा।

दोस्तों आगे पढ़िए

दुनिया का सबसे पहला मोबाइल फ़ोन Motorola Compeny का था जिसको 1973 John F. Mitchell और Martin Cooper ने बनाया था जिसका वजन 2 किलो था.

दोस्तों Motorola का DynaTac 8000X Modal व्यावसायिक रूप से 1983 में उपयोग किया गया जो की दुनिया का पहला मोबाइल था। 


  • दुनिया का सबसे पहला  Automated Cellular Network जिसमे हमें आटोमेटिक नेटवर्कसलेक्शन  का फंक्शन  मिलता है वह जापान में 1979 में  शुरू किया गया था यह First-Generation (1G) System था  जिसकी मदद से कई लोग आपस में बात कर सकते थे। 
  • बात की जाए दूसरी रोचक तथ्य की तो पहला SIM CARD 1991 में Munich Smart Card Maker ने Finnish Wireless network operator के लिए बनाया था. 
  • 1991 में ही 2G Network का आविष्कार Finland में Radiolinja ने  शुरू किया।
  • और करीब एक अरसा बाद 1991 के बाद 2001 में पुरे 10 साल बाद 3G Network जापान की कंपनी NTT DoCoMo ने  किया था 
  • अद्भुत बात  यहाँ आती है की हमारे मोबाइल फ़ोन के शुरुआती तौर पर ही इसका चलन बढ़ता गया जो 1983 से 2014 तक लगभग 700 करोड़ मोबाइल फ़ोन्स का उपयोग किया गया। 
  • 2014 में सबसे जायदा MOBILE बनाने वाली कंपनी SAMSUNG,NOKIA,APPLE,LG थी 
  • 2014 में दुनिआ का लगभग 25% मोबाइल अकेले  सैमसंग कंपनी  ने बनाया थे और 13% मोबाइल बनाने वाली कंपनी Nokia थी 
आईये जानते हैं मोबाइल का इतिहास एक नज़र में 

दोस्तों चालीस साल पहले 3 अप्रैल 1973 में Motorola कंपनय के इंजीनयर मार्टिन कूपर ने पहला मोबाइल कॉल अपने कंपनी के कर्मचारी से को किया और मोबाइल में बातचीत की शुरुआत की थी 

इसके करीब 10 साल के बाद Motorola नामक कंपनी ने अपनी पहली मोबाइल हैंडसेट बाजार में फैलाया था  और  इसकी कीमत 2 लाख रूपये  रखी  थी 
और आज दुनिया में इसकी साढ़े छह करोड़ उपभोक्ता हैं। 

मोटोरोला के पहले हैंडसेट का नाम था , डायना टीएसी। और इसकी बैटरी को एकबार चार्ज करने पर यह लगभग 35 मिनट बात करवा सकती थी। 

डायना टीएसी को बाज़ार में उतारने से पहले इसका वज़न 794 तक का काम किया गया  था, फिर भी यह इतना भारी था की इससे किसीकी जान जा सकती थी। 

1985 में एक हास्य कलाकार जिनका नाम एरिन वाइज था उन्होंने सेंट कैथरीन नामक बंदरगाह से वोडाफोन के दफ्तर फोन ब्रिटेन में मोबाईल फ़ोन के इस्तेमाल की शुरुआत की। 

1985 में ओ2 के नाम से प्रसिद्ध सैनेट ने अपनी सेवा सुरु करके वोडाफोन का एकाधिकार तोड  दिया,वोडाफोन को दस लाख ग्राहक बनाने में नौ साल का समय लगा. वहीं सैनेट ने केवल डेढ़ साल में ही ही अगले दस लाख ग्राहक जोड लिए। 

11 जून 1997 को फ्रांसीसी व्ययसायी फ़िलिप खान ने अपनी नवजात बेटी सोफ़ी की फोटो लेकर कैमरे वाले मोबाइल फ़ोन की शुरुआत की. 

इसी प्रकार हमारे भारत सहित कई दूसरे देशों ने पिछले कुछ सालों में गाडी चलते समय मोबाइल फोन पर बात करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. 

एरिजोना के एक प्रतिष्ठान ने 2007 के सितंबर में कुत्तों के लिए मोबाइल फोन बाजार में उतारा करीब 25 हजार रूपये वाला ये फोन जीपीएससैटेलाइट से लैस था.

वर्ष 1993 में आयोजित वायरलेस कॉन्फ्रेंस में आईबीएस सीमान नाम का पहला स्मार्टफोन पेश किया गया. इसमें शुरुआती दौर की टॉकःस्क्रीन लगी हुयी थी,यह ईमेल,इलेक्ट्रॉनिक पेजर,कैलेण्डर,कैलकुलेटर और एड्रेस बुक के रूप में काम करता था. 

इसके बाद हमारे मोबाइल डिवाइसेस में और भी बदलाव आते गए इसमें एक नया बदलाव टैक्स मैसेज के लिए किया गया जिसमे 160 अक्छरो की सीमा फ्रीडेलहन हेलीब्रांड नाम के एक जर्मन इंजीनियर ने शुरू की. इसका ख्याल उन्हें अपने टाइपराइटर पर काम करते हुए आया. 

पोस्टकार्ड की लम्बाई और बिजनेस टेलीग्राम के अध्ययन ने उनकी धारणा की पुष्टि की. मोबाइल इंडस्ट्री ने इसे 1986 में मापदंड बना लिया. इसका प्रभाव हम ट्वीटर पर देख सकते हैं। 

2012 में एक अरब 70 करोड़ मोबाइल हैंडसेट बीके, सबसे अधिक बिकने वालों में सैमसंग,नोकिया और एप्पल के हैंडसेट शामिल थे. 

नील पापवर्थ नाम के इंजिनियर ने ब्रिटेन में पहला एमएमएस 1992 में अपने ऑर्बिटल 901 हैण्ड सेट अपने मित्र रिचर्ड जार्विस को भेजा था. उन्होंने लिखा था, मेरी क्रिश्मस.

ब्रिटन में 2011 में मोबाइल फोन उपभोक्ताओं ने डेढ़ सौ अरब एमएमएस भजे थे ,एमएमएस भजने वालों में से 12 से 15 साल के बच्चे की संख्या अधिक थी, इन्होने हर हप्ते औसतन 193 एमएमएस भेजे। 

पूरी दुनिया में कहीं भी किसी भी समय लोग एक दूसरे से संपर्क करने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं. एक समय था जब इसके लिए लोग बहुत ोजनी हैड सेट इस्तेमाल करते थे, और आज ये मोबाइल हैंडसेट बहुत ही पतले,छोटे और सुविधाजनक हो चुके हैं. 

आधुनिक मोबाइल फ़ोन इंफ्रारेड,ब्लूटूथ और अन्य वायरलेस सुविधाओं से लैस हैं. 

मोबाइल फ़ोन की की तमाम खूबियों के बाद भी इनकी कुछ कमजोरियां भी हैं, जैसे गाडी चलते समय इसका इस्तेमाल खतरनाक है,कई बार इसका इस्तेमाल परेशां करने में भी किया जाता है वहीँ कुछ छात्र इसका इस्तेमाल नक़ल करने में करते हैं,  इसे देखते हुए कई स्कूलों ने क्लासों में मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया हैं. 

आजकल के मोबाइल फ़ोन पर नेट बैंकिंग,वेब सर्फिंग,वीडियो स्ट्रीमिंग,और विडिओ गेम जैसी सुविधाओं का आनंद लिया जा सकता है. 

शोद में पता चला है कि स्मार्टफोन का उपयोग करने वाले लोग प्रतिदिन औसतन 12 मिनट फ़ोन कॉल्स में खर्च करते हैं. 

मोबाइल फ़ोन के उपभक्ता हैंडसेट पर गेम कहने पर 14 मिनट खर्च करते हैं. मोबाइल फ़ोन के उपभोक्ता हैंडसेट पर औसतन 16 मिनट म्यूसिक सुनते हैं. 

और वे सोसल मिडिया पर 17  मिनट से ज्यादा बिताते है। 

ऑनलाइन ब्राउसिंग पर करीबन 25 मिनट खर्च करते हैं. 

मोबाइल फ़ोन उपभोक्ता हैंडसेट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल समय देखने के लिए करते हैं. 

अबतक सबसे जायदा बिकने वाले हैंडसेट का रिकॉर्ड नोकिया 1100 के नाम है,जिसके 2003 में लांच होने के बाद २५ करोड़ से भी अधिक सेट बाइक थे. 

जब यह अफवाह उठी की नोकिया 1100 का इस्तेमाल ऑनलाइन मणि ट्रांसफर को हैक करने में हो सकता है तो इस फ़ोन की कीमत $1000 के करीब होगयी थी. 

आईफोन को जून 2007 में अमरीका में लांच किया गया था, उस समय लोग फ़ोन लेने के लिए रातों को लाइन में लगे थे हालांकि,इसके बाद में इसमें उन्हें निराशा हाथ लगी क्योंकि यह फ़ोन उनकी उम्मीद पर खरा नहीं उतरा. साल 2011 के अंत तक विकासशील देखों में लगभग 78% लोगों के पास फ़ोन था,विकसित देशों में यह आंकड़ा प्रति सौ लोगो पर 122 का था. 

2011 के अंत तक हमारे भारत में प्रति सौ लोगो में से 74 लोग मोबाइल काइस्तेमाल कर रहे थे.

ऐसा अनुमान है की 2016 में मोबाइल फ़ोन की सालाना बिक्री करीब दो अरब एक करोड़ यूनिट हो जाएगी.
भारत में 2015 तक मोबाइल फ़ोन की सालाना बिक्री 32.2 करोड़ यूनिट होने का अनुमान है. 

ब्रिटेन और वेल्स में 2008 के बाद से हर साल करीब आठ हजार लोगों को गाडी चलते समय मोबाइल  का इस्तेमाल करने के आरोप में पकड़कर अदालत में पेश क्या जाता है,इनमे से करीब एक चौथाई मामले अकेले लंदन में सामने आते हैं. गूगल की सहायक कंपनी एंड्रायड इंक ने 2007 में टच स्क्रीन मोबाइल फ़ोन,स्मार्टफोन और टैबलेट कम्प्यूटर के लिए एंड्राइड नाम का ऑपरेटिंग सिस्टम बाजार में पेश किया. मोबाइल फ़ोन निर्माताओं ने उपभोक्ताओं की जरूरतों को देखते हुए अब हैंडसेट में मेमोरी कार्ड के लिए जगह,क्लिप स्क्रीन,कैमरा,टाच स्क्रीन और यूएसबी पोर्ट जैसे सुविधाएँ देनी शुरू कर दी हैं.

भारत,अफ्रीका और ब्राज़ील जैसे उभरती अर्थव्यवस्थाऐं  मोबाइल फ़ोन का प्रमुख बाजार हैं. आज मोबाइल फ़ोन पर बात चित के लिए प्रतिदिन के रिचार्ज कूपन से लेकर मासिक बिलिंग वाले फ़्लान मौजूद हैं इनके जरिये उपभोक्ता मोबाइल पर बातचीत ,इंटरनेट सर्फिंग,मैसेंजिंग जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकते है. 

सोनी का नया स्मार्टफोन एक्सपीरिया जेड पानी में भी ख़राब नहीं होता यही नहीं यह कंपनी के कैमरे की ही तरह एचडी वीडियो रिकार्ड करता है. दुनिया का सबसे महंगा फ़ोन स्टॉट ह्यूज डायमंड रोज आईफोन 4 है जिसकी कीमत 7,850,000  डॉलर है. इस फ़ोन में 100 कैरेट के 500 डायमंड लगे हुए हैं.फ़ोन का बाइक कवर में रोज गोल्ड का बना हुआ है.जबकि एप्पल को लोगों 53 डायमंड का बना हुआ है. 

नोकिया का 1100 फ़ोन दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाला फ़ोन है,पूरी दुनिया में इसके करीब 250 यूनिट बिकी थीं. नोकिया ने इस 1100 फ़ोन को 2003 में लांच किया था। 

सोनिम एक्सपी 3300 (XP3300 )  फोर्स दुनिया का सबसे ज्यादा मजबूत स्मार्टफोन है जिसका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हैं. इस फ़ोन को 84  फिट की ऊंचाई से फेकने के बाद भी प्रयोग किया गया है. इसके आलावा पानी के अंदर 2 मीटर तक फ़ोन को रखने पर भी इसमें कोई खराबी नहीं आई.

सीमेंस ने एफेल 45 (SL 45 ) नाम से दुनिया का पहला मुसिक फ़ोन लांच किया था. जिसमें एक्सपेंडिबल मेमोरी के साथ एमपी 3 प्लेयर और हैडफोन सपोर्ट था। 

मोबाइल से मैसेज करने के मामले में पूरी दुनिया में फिलीपीन सबसे आगे है यहाँ पर रोज 1.4 बिलियन टेक्स्ट मेसेज भजे जाते हैंपहले यहाँ पर मोबाइल से मैसेज करने पर कोई चार्ज नहीं लगता था लेकिन अब इसके लिए  चार्ज देना पड़ता है. 

1985 में 45 साल के रिसर्चर फरवडलं हिलब्रांड ने 160 कैरेक्टर मेसेज का कांसेप्ट निकला था,उन्होंने देखा की टीपरेटर में ज्यादातर मैसेज 160 कैरेक्टर के थे,जबकि सबसे पहले मोबाइल में मैसेज कैरेक्टर लिमिट 128 कैरेक्टर थी. 

हो सकता है की आपको ये सुनकर सथोड़ी हैरानी हो लेकिन 1865 में नोकिया कागज बनाने का काम करती थी इसके आलावा कंपनी रबर के कुछ प्रोडक्ट भी बनती थी जैसे इलेक्ट्रिक केबल,गैस मस्त और प्लास्टिक,नोकिया ने अपना सबसे पहला मोबाइल 1980 में लांच किया था. 

जेम्स बांड ने अपनी मूवी में सबसे पहला फ़ोन सोनी एरिक्सन JB 988  प्रयोग किया था,जेम्स बांड अपने इस फ़ोन से न केवल कॉल कर सकता था बलकी इसमें कई एक्स्ट्रा फीचर भी थी. जैसे फिंगरप्रिंट लेना,रिमोट कंटोरल का काम करना।

दोस्तों इसमें मैंने मोबाइल के आविष्कार कब और कैसे हुआ दुनिया का पहला मोबाइल कैसे बना ये सब जानकारी आप तक पहुंचने की कोशिश की है दस्तों अगर ये जानकारी आपको पसंद आयीं है तो आप मुझे सपोर्ट करें और मेरी पोस्ट अपने मित्रो व फैमेली के साथ शेयर करें अपने सोशल मिडिया में धन्यवाद। 

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